एक बार में लंबे समय से पहले/बहुत पुराने समय से/कोहरे युक्त उजाड़न में, एक नाजुक/सुंदर/शानदार परी घरों के बाहर/झाड़ियों के पास/गर्मी भरी चट्टानों पर रहती थी। उसकी लंबी, परी चमकदार/गोल्ड की तरह चमकदार/नीली रंग की आंखें एक मंत्रमुग्ध कर देने वाली/चंचल/दुष्ट शक्ति रखती थीं, और उसके सफेद, हल्के/लाइट-ब्लू/रंगीन पंखों का हर फड़फड़ाना/उड़ान भरना/झुमकाना एक जादुई ज्वलनशील/प्रकाशित/स्पष्ट नज़रिया दिखाता था।
एक छोटी परी की कहानी
परी की कहानी बहुत ही दादीमाँ है। वह एक पेड़ में आराम करती थी। वह काफी चमकदार परी थी और हर कोई उसको देखने के लिए उत्सुक होता था। उसने अक्सर लोगों को खुश किया और उनका जीवन बढ़ाना चाहती थी।
एक परी से राजकुमार
एक दिलीप्टा परी गंधर्वनगर में रहती थी। वह बहुत ही बुद्धिमान थी और अपने रूप के लिए प्रसिद्ध थी। एक दिन, वह एक भ्रमण पर और एक सुंदर महल में पहुँची जहाँ एक निष्क्रिय राजकुमार रहता था। राजकुमार भी बहुत ही सुन्दर था और परी के दृश्यमान रूप से मोहित हो गया। दोनों ने एक-दूसरे को देखा और एकपरस्पर रिश्ते का जन्म हुआ।
परीलोक की गूढता
यह universo का एक अद्भुत अंश है।
आज लोग मानते हैं कि यह एक जगह पर स्थित है, जबकि अन्य यह विश्वास करते हैं कि यह एक धारणा है।
परीलोक की रहस्य को उजागर करने के लिए अभी तक कोई भी तर्क नहीं मिला है।
पराई की दास्तां
परी का रूपक एक अनोखा साहित्यिक माध्यम है जो भावनाओं को प्रकट करता है। इसमें परियों की अस्तित्व का उपयोग जीवन के मूल्यों को समझाने में किया जाता है।
परी का रूपक हमें उन राज्यों से अवगत कराता है जो हमारे समाज में मौजूद हैं। यह हमें अमिट प्रेरणा देता है कि हम भी परियों की तरह उत्साही बनकर अपने जीवन को नया रूप दे सकते हैं।
परी के नये आश्रय
एक बार की बात है, एक शांत परी अपने पुराने घर से निकल कर कमरे वाले आश्रय ढूंढ रही थी. उसे हर जगह नीचे आँगन चाहिए था और अच्छे पक्षियों की चहचहाहट सुननी चाहिये। वह उसके नए घर में आराम से रहना चाहती थी.